"काकी" All Workbook Answers | Kaki Workbook Answers : Year 2021-22

निम्नलिखित हैं साहित्य सागर के पाठ "काकी" के कार्यपुस्तिका के सभी सभी प्रश्न एवं उत्तर। यह साहित्य सागर पुस्तिका में दिए हुई कहानी काकी से हैं। सभी उत्तरों को बिलकुल सही भाषा एवं कम से कम शब्दों में दिया हुआ है। आप इसे अपनी पुस्तिका से लिख सकते हैं।


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1. वह प्रायः अकेला बैठा–बैठा शून्य मन से आकाश की ओर ताका करता।

(क) शून्य मन से आकाश की ओर ताकने वाला वह बालक कौन है ? उसका परिचय दीजिए।

(क) शून्य मन से आकाश की ओर ताकने वाला बालक विश्वेसर का पुत्र श्यामू है। स्यामू एक भोला-भाला एवं सीधा-साधा बालक है। उसके मन में अपनी माँ के प्रति असीम स्नेह है। काकी की मृत्यु के उपरांत वे अकेला बैठा हुआ आकाश की ओर देखता रहता है।

(ख) वह बालक अकेला बैठा-बैठा क्या सोचता रहता था और क्यों ? समझाकर लिखिए। 

(ख) श्यामू अकेला बैठा-बैठा अपनी मां के बारे में सोचा करता था कि किस प्रकार वह अपनी माँ को राम के यहां से पुन: अपने पास ले आए क्योंकि वह अपनी माँ से बहुत प्रेम करता था अथवा उनके बिना नहीं रह पा रहा था ।

(ग) आकाश की ओर देखते-देखते एक दिन वह प्रसन्न क्यों हो उठा ? उसकी प्रसन्नता का क्या कारण था ? समझाकर लिखिए।

(ग) आकाश की ओर उड़ती पतंग को देखकर श्यामू का मन बहुत उदास हो गया। उसने सोचा की वह उसी पतंग के सहारे अपनी माँ को भगवान के पास बुला लेगा। यही उसकी प्रसन्नता का कारण था कि वह उस पतंग में ‘काकी’ लिखकर उसे राम के पास भेजेगा और उस पतंग के धागे के सहारे उसकी काकी उसके पास आ जाएंगी।

(घ) उपर्युक्त अवतरण के आधार पर बालक की मनोदशा पर प्रकाश डालिए।

(घ) काकी कहानी में बाल मनोविज्ञान की अत्यंत उमारमिक झाँकी की गई है। श्यामू की काकी की प्रस्तुत मृत्यु हो जाने के बाद श्यामू अकेला बैठा बैठा आकाश की ओर ताकता रहता है। आकाश में उड़ती पतंग को देखकर उसके मन में यह विचार आया कि वह पतंग द्वारा अपनी काकी को नीचे उतार सकता है। इस विचार से उसका मन पुलकित हो उठा।


2. उनमें से एक चवन्नी का आविष्कार करके वह तुरन्त वहाँ से भाग गया। (पृष्ठ 11) 

(क) 'एक चवन्नी का आविष्कार' से क्या तात्पर्य है? समझाकर लिखिए।

(क) एक चवन्नी के आविष्कार से यह तात्पर्य है कि श्यामू ने अपने पिता के कोट की जेब से एक चवन्नी ढूंढ निकाली और उसे चवन्नी निकालने के बाद इतनी ख़ुशी मिली जितनी एक वैज्ञानिक को नया आविष्कार करने के बाद मिलती हैं। 

(ख) 'तुरन्त वहाँ से भाग गया' ये शब्द किसके लिए प्रयुक्त हुए हैं? उसके मन की उदासी का कारण क्या था? 

(ख) 'तुरन्त वहाँ से भाग गया' यह शब्द श्याम के लिए प्रयुक्त हुए हैं। उसके मन की उदासी का कारण यह था क्योंकि उसकी माँ की मृत्यु हो गई थी। वह अपनी मां से असीम प्रेम करता था। उनको ईश्वर के पास से बुलाने के लिए अकेला एकांत में बैठे बैठे करता था और नई योजनाएँ बनाता रहता था ।

(ग) उसके मित्र का नाम बताइए तथा उसका परिचय दीजिए।

(ग) श्यामू के मित्र का नाम भोला था। वह श्यामू से अधिक समझदार था । वह श्यामू का संवयस्य साथी है समान आयु का है तथा उसी के समान ही भोला भाला है। वह श्यामू की माँ को राम के यहाँ से लाने में उसकी हर संभव मदद करता है।

(घ) उसने अपने मित्र को क्या करने के लिए कहा? उसके मन में क्या योजना थी? समझाकर लिखिए।

(घ) उसने अपने मित्र भोला से कहा कि अपनी जीजी से कहकर चुपचाप एक पतंग और डोर मंगवा दो देखो खूब अकेले में लाना कोई जान न पाये। उसके मन में यह योजना थी कि वह ये पतंग राम के पास भेजेगा और उस पतंग की डोर के सहारे काकी मेरे पास आजाएंगी।


3. श्यामू गम्भीर हो गया। मतलब यह कि बात लाख रुपए की सुझाई गई है, ...।(पृष्ठ 11)

(क) श्यामू को किसने, कब और क्या बात सुझाई ? समझाकर लिखिए।

(क) श्यामू को उसके मित्र भोला ने यह सुझाव दिया कि यह डोर पतली है इसे पकड़कर काकी उतर नहीं सकतीं । डोर के टूट जाने का डर है। पतंग में मोटी रस्सी हो तो सब ठीक हो जाएगा। यह बात भोला ने स्थान को सुझाई जब श्यामू ने भोला को यह बताया कि उसने पतंग किस लिए मंगाई।

(ख) उस बात को सुनकर श्याम् गम्भीर क्यों हो गया? उसकी चिन्ता का क्या कारण था?

(ख) उस बात को सुनकर श्यामू गंभीर हो गया क्योंकि बहुत मुशकिल से उसने एक चवन्नी का प्रबंध किया था परंतु उससे वह जो डोर अर्थात रस्सी लाया, उससे उसकी मां नीचे नही आ सकती थी। यही उसकी चिंता का कारण था।

(ग) 'यह बात लाख रुपए की सुझाई गई है- इस वाक्य का अर्थ समझाकर लिखिए।

(ग) श्यामू को भोला ने जो बात समझायी थी कि यह डोर बहुत पतली है, मोटी डोर चाहिए होगी क्योंकि यह होर बीच ही में टूट जायेंगी और काकी इसके सहारे नीचे नहीं आ पाएगी। यह बात उसके लिए लाख के बराबर है अर्थात यह बात अत्यंत महत्वपूर्ण है कि उसके मा पतली डोर से नीचे नहीं आएगीमा डोर चाहिए होगी।


4. भोला और श्यामू को धमकाकर बोले, "तुमने हमारे कोट से रुपया निकाला है ?" (पृष्ठ 12)

(क) भोला और श्यामू कौन हैं ? वे इस समय कहाँ है और क्या कर रहे हैं ?

(क) भोला और श्यामू कहानी के पात्र है। वे दोनों आपस में मित्र भी है। वे इस समय अंधेरे घर में बैठे पतंग की डोर बांध रहे है ।

(ख) धमकाने वाला वह व्यक्ति कौन है ? उसके क्रोध का क्या कारण है ?

(ख) धमकाने वाला व्यक्ति श्यामू को पिता विश्वेश्वर है। उनके गुस्से का कारण यह था कि श्याम ने पतंग और रस्सी मंगवाने के लिए उनके कोट की जेब से 1 रूपए निकाले थे।

(ग) रुपया किसने निकाला था और क्यों ? समझाकर लिखिए।

(ग) रुपया श्यामू ने अपने पिता के कोट की जेब से निकाला था क्योंकि का मृत्यु होने के कारण वह उन्हें बहुत याद करता था। वह पतंग के सहारे अपनी काकी को भगवान के घर नीचे लाना चाहता था। पतंग और रस्सी खरीदने के लिए उसे पैसे की जरूरत थी इसलिए उसने ऐसा किया था।

(घ) रुपया निकालने के अपराध में किसको, क्या दण्ड मिला ? स्पष्ट कीजिए।

(घ) जब श्यामू ने पतंग और रस्सी खरीदने के लिए अपने पिता की जेब से पैसे निकाले तो विश्वेश्वर को यह बात पता चल गया। विश्वेश्वर ने श्याम को चोरी सीख कर जेल जाने की बाद कहकर उसे दो तमाचे जड़ दिए और कान मलने के बाद पतंग फाड़ डाली।


5. विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वहीं खड़े रह गए।

(क) विश्वेश्वर कौन हैं? उनका संक्षिप्त परिचय दीजिए।

(क) विश्वेश्वर कहानी का पात्र और श्याम के पिता हैं। पत्नी की मृत्यु होने पर वे अन्यमनक्स उठे थे। वे श्यामू की चोरी का पता चलने के बाद विवेक खो बैठते हैं और उसकी पिटाई कर देते हैं।

(ख) विश्वेश्वर ने श्यामू को क्या दण्ड दिया और क्यों ?

(ख) मेरी दृष्टि में श्यामू अपराधी नहीं था। मां की मृत्यु के बाद उसके घर वाले और उसके पिता किसी ने भी उसके दुख को नहीं समझा। उसकी पिता किसी ने भी इस दुख को नहीं समझा उसकी भावनाओं को समझा ना था। वह अपनी काकी को पाने के लिए जो भी किया उसे अपराध नहीं कहा जा सकता।

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Akshat Singh

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